Lekhny Story -03-Apr-2024
यादगार पल
यादगार पल।
लाल गाउन में वो खड़ी थी, कैब की राह वो तकती थी,
अचानक बारिश ने अपना कमाल दिखाया छाते को भी हवा में उड़ाया,
भीगी भीगी वो खड़ी थी बारिश में अकेली वो खड़ी थी।
तभी जाकर मैंने अपना छाता थमाया, और चुपचाप वहा से निकल आया।
बारिश ने भी क्या अपना, हुनर दिखाया , टाटा बाई बाई कहकर खुद को भगाया,
सूरज दादा भी क्या, खुब खिले, धूप से सारी दुनिया चमके,
शुक्रिया कहकर मेरे, पास वो आई, और छाता देकर वो मुसकुराई, वाह कितनी सुहानी हो चुकी शाम हमारी बन गई जैसे एक यादगार कहानी
Abhinav ji
07-Apr-2024 09:18 AM
Very nice👍
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Reena yadav
06-Apr-2024 11:52 AM
👍👍
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